रसोई में लकडियों पर
प्यार पकाती स्त्री
खेतों में काम करती स्त्री
पैरों पर बिवाईयां पड़ी स्त्री
खुरदुरे हाथों वाली
मशक्कत से दो समय का
भोजन जुटाती स्त्री
मजबूरन तन का
सौदा करती स्त्री
जून की धूप में ईंटों को
अपने सिर पर उठाती स्त्री
आ जाओ
सब स्त्रियों
अब बस भी करो
आज के दिन
' महिला-दिवस '
मनाओ
और फिर अगले साल
आओ !