गवाक्ष से झाँक आया है
एक ख़याल
अधिक नीला आसमां
हरे - भूरे गलीचों की दुनिया
तब से
पीले पत्तों और जर्द दुनिया
के एक केनवास पर
धानी रंग में कूची डुबो
नमूने बनाता रहा
अचानक एक
बादल संतरी
बन चल निकला
साथ-साथ
गर्जन कर बरसने लगा
बह गए धानी रंग
पीत सा ठगा
रह गया ख़याल